April Fools' Day 2019: Jokes, Quotes, Pranks, Facts, History & Origin: Blog

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अप्रैल फूल डे (April Fools' Day) किस लिए मनाया जाता है, अप्रैल फूल डे की पूरी कहानी जानिए।

April Fools' Day 2019: आज हर किसी को पता है कि 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे (April Fools Day) मनाया जाता है। हिंदी में इसे मूर्ख दिवस कहते हैं। दुनिया भर में इस दिन लोग अपने साथी-मित्रों और सगे-सम्बन्धियों को मूर्ख बनाकर उन्हें खुश करते हैं।

लेकिन क्या आपको पता हैं कि अप्रैल फूल डे (April Fools Day) क्यों मनाया जाता है। अप्रैल फूल डे की आखिर शुरुआत कैसे हुई? पहली बार अप्रैल फूल डे कब मनाया गया? ऐसे ही सवालों का जवाब आपको आज पता चलेगा। तो अंत तक पढ़ते रहिए।

अप्रैल फूल डे (April Fools Day 2019) सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में मनाया जाता है1st अप्रैल को तो कुछ देशों में छुट्टी तक होती है। क्योंकि वह इस दिन कोई कार्य ना करके बल्कि इस दिन को खुशियों के रूप में मनाते है।

अप्रैल फूल डे यानि 1st अप्रैल (April Fools' Day) के दिन हर तरह का मजाक करने की छूट होती है। लेकिन मजाक सीमित सीमा तक ही होना चाहिए नहीं तो जिनके साथ मजाक (Pranks) होता है वह बुरा भी मान जाते है। इसलिए अप्रैल फूल डे मनाओ लेकिन प्रेम और हल्की-फुल्की मजाक के साथ।

April Fools's Day 2019: Jokes & Pranks in Hindi.
दोस्तों लड़कियों के पीछे भागना एक भूल है
इन लड़कियों पर
पैसे लुटाना भी फिजूल है
अगर किसी लड़की ने आज
“I Love U” बोल दिया तो खुश मत होना
क्योंकि आज अप्रैल फूल है 🙂

अप्रैल फूल डे (April Fools' Day) अलग-अलग देशों में अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों में अप्रैल फूल डे सिर्फ दोपहर तक मनाया जाता है। इन देशों में अप्रैल फूल डे दोपहर तक मनाए जाने की वजह यह है कि इन देशों में पब्लिश होने वाला अखबार केवल सुबह के अंक में मुख्य पेज पर अप्रैल फूल डे से जुड़े हल्के-फुल्के व्यंग और मजाक देश की जनता के साथ करते है।

April Fools' Day 2019: इन देशों के अलावा फ्रांस, आयरलैंड, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान रूस, नीदरलैंड, जर्मनी, ब्राजील, कनाडा और अमेरिका जैसे देशों में अप्रैल फूल डे के दिन जोक्स का सिलसिला दिन भर चलता है।

History & Facts of April Fools' Day: अप्रैल फूल डे का इतिहास।

अप्रैल फूल डे के इतिहास (April Fools Day History) के बारे में कोई खास (Facts) जानकारी नहीं है। लेकिन लोगों का मानना है कि फ्रेंच कैलेंडर में होने वाला बदलाव होने के कारण ही इस दिन को अप्रैल फूल डे (April Fools' Day) मनाने का मुख्य कारण हो सकता है।

वहीं अधिकांश लोगों का मानना हैं कि इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय की एनी से सगाई के कारण अप्रैल फूल डे (April Fools Day) मनाया जाता है। सभी लोगों के अपने-अपने मत है, लेकिन कोई खास वजह या इतिहास (History) अप्रैल फूल डे की कहानी बखान नही करता।

वैसे अप्रैल फूल डे को लेकर कई कहानियां प्रचलित है, आइए एक बार उनके बारे में भी जान लेते है।


April Fools' Day Stories (Essay) & Origin: अप्रैल डे फूल से जुड़ी कई कहानियां।

1. अप्रैल फूल डे से जुड़ी पहली कहानी (History) है। अप्रैल फूल डे (April fools' Day) का सबसे पहला संबंध चॉसर के कैंटरबरी टेल्स (1392) में पाया जाता है। कई जाने-माने लेखक यह बताते हैं कि 16वीं सदी में एक जनवरी को न्यू ईयर्स डे (New Years Day) के रूप में मनाए जाने का चलन था।

तभी लोगों ने इसी प्रकार एक छुट्टी का दिन निकालने की सोची और इस प्रकार मूर्ख दिवस की शुरुआत हो गयी। लेकिन इस कहानी का कही कोई स्पष्ट उल्लेख आज तक नही मिला है।

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अगर इतिहास पर एक नजर डाली जाए तो 1 अप्रैल यानि अप्रैल फूल डे के दिन कई फनी घटनाएं घटित हुई है। जिसके कारण ही इस दिन को अप्रैल फूल-डे के रूप में मनाया जाने लगा।

1. सन 1539 में फ्लेमिश कवि 'डे डेने' ने एक अमीर आदमी के बारे में लिखा। जिसके कारण उसने 1 अप्रैल (1st April) को अपने सभी नौकरों को मूर्खतापूर्ण कार्यों के लिए बाहर भेजा दिया था।

2. सन 1698 में 1 अप्रैल के दिन कई लोगों को 'शेर की धुलाई देखने' के लिए धोखे से टावर ऑफ लंदन में ले जाया गया।

3. April Fools' Day 2019: सन 1392 में चॉसर के कैंटरबरी टेल्स के लेखक ने अपनी एक कहानी 'नन की प्रीस्ट की कहानी' में 30 मार्च और 2 दिन लिख दिया था। फिर उनके द्वारा लिखे गए 30 मार्च और 2 दिन 32 मार्च हो गई, जो क़ी असलियत में 1 अप्रैल (1st April) का दिन था।

इस कहानी में एक घमंडी मुर्गे को एक चालक लोमड़ी ने बेवकूफ बनाया था। इस गलती को बाद में कहा जाने लगा कि लोमड़ी ने 1 अप्रैल को मुर्गे को बेवकूफ बनाया।

4. अंग्रेजी साहित्य के महान लेखक ज्योफ्री चौसर का 'कैंटरबरी टेल्स सन 1392' का पहला ऐसा ग्रंथ है जहां 1 अप्रैल (1st April) और बेवकूफी के बीच के संबंध का जिक्र किया गया था।

5. कहानी नन्स प्रीस्ट्स टेल के मुताबिक, इंग्लैण्ड के राजा रिचर्ड द्वितीय और बोहेमिया की रानी एनी की सगाई की अपनी तारीख 32 मार्च घोषित कर दी थी। जिसे इंग्लैण्ड के लोगों ने सच भी मान लिया था। तब से लेकर अब तक इंग्लैंड में इसी कहानी को सोच कर 32 मार्च यानी 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है।

6. प्राचीन यूरोप में नया वर्ष हर साल 1 अप्रैल को मनाया जाता था। 1582 में पोप ग्रेगोरी 13 ने नया कैलेंडर अपनाने के निर्देश दिए जिसमें न्यू ईयर (New Year) को 1 जनवरी से मनाने के लिए कहा गया। रोम के ज्यादातर लोगो ने इस नए कैलेंडर को अपना लिया लेकिन रोम के बहुत से लोग तब भी 1 अप्रैल को ही नया साल के रूप में मानते थे।

उनके इस कार्य को देखकर लोग उन्हें मूर्ख समझकर उनका मजाक उड़ाया करते थेअप्रैल फूल डे (April fools' Day) के बारे में किस्से और कहानियां तो अनेको प्रचलित है।


April Fools' Day 2019 Quotes in Hindi.


इस कदर हम आपको चाहते हैं की,दुनिया वाले देख के जल जाते हैं,यूँ तो हम सभी को उल्लू बनाते हैं,लेकिन आप कुछ जल्दी बन जाते हैंहैप्पी अप्रैल फूल्स डे (Happy April Fools' Day).
इन लड़कियों से दिल लगाना एक भूल है,इनके पीछे इतना भागना फ़ज़ूल हैजिस दिन किसी लड़की ने कह दिया ‘I Love You’तो समझ जाना उस दिन ‘April Fools' Day’ है…


April Fools' Day 2019: भारतीय कैलेंडर में अप्रैल फूल डे को कैसे मान्यता मिली।

भारत मे ऐसा भी कहा जाता है कि पहले पूरे विश्व में भारतीय कैलेंडर की मान्यता थी। भारतीय कैलेंडर के अनुसार ही नए साल की शुरुआत चैत्र मास में होती थी, जो की अप्रैल के महीने में होता था। जैसा कि ऊपर आपको बताया था कि सन 1582 में पोप ग्रेगोरी 12 ने रोम में आदेश दिया की नया कैलेंडर लागू किया जाए।

नए कैलेंडर के अनुसार नया साल अप्रैल के महीने में आने की बजाय जनवरी की पहली तारीख में शुरू होने लगा और तभी से ज्यादातर देशों के लोगों ने इसे सही माना और नए कैलेंडर को अपना लिया जो आज तक चालू है।

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