MC Marry Com (Mary Kom)
35 की उम्र, 3 बच्चों की मां, ताकत 22 साल वाली, कुछ ऐसी ही प्रतिभा की धनी है हमारी मेरी कॉम (mary kom).
35 साल की मैरी कॉम ने छठी बार बॉक्सिंग की वर्ल्ड चैंपियनशिप (boxing world championship)जीत ली है । तीन बच्चों की मां मैरी कॉम (marry com) ऐसा करने वाली प्रथम महिला बॉक्सर (punch in boxing) हैं ।
मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम (एम सी मैरी कॉम) (MC Mary Kom) जिन्हें मैरी कॉम (Mary Kom) के नाम से भी जाना जाता है, मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक गरीब किसान के परिवार से है मैरी कॉम, जिनकी रुचि बचपन से ही एथ्लेटिक्स (Athletics) में थी। उनके मन में बॉक्सिंग (Boxing) का आकर्षण 1999 में उस समय उत्पन्न हुआ जब उन्होंने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (Sport complex ) में कुछ लड़कियों को बॉक्सिंग रिंग में लड़कों के साथ बॉक्सिंग के दांव-पेंच आजमाते देखा।
मैरी कॉम बताती है कि "मैं वह नजारा देख कर स्तब्ध थी, मुझे लगा कि जब वे लड़कियां बॉक्सिंग (Indian women Boxer ) कर सकती है तो मैं क्यों नहीं?
मैरी कॉम ने सन् 2001 में प्रथम बार नेशनल वुमन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप (National women boxing championship) जीती। अब तक वह 10 राष्ट्रीय खिताब (National Award) अपने नाम व जीत चुकी है।
मेरी कॉम को भारत के सर्वश्रेष्ठ सम्मानित पुरस्कार जैसे अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार आदि से नवाजी जा चुकी है ओर तो ओर मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्त्रीत्व को नई परिभाषा देकर अपने शौर्य बल से नए प्रतिमान गढ़ने वाली विश्व प्रसिद्ध मुक्केबाज श्रीमती एमसी मैरी कॉम 17 जून 2018 को वीरांगना सम्मान से विभूषित किया गया।
मेरी कॉम को भारत के सर्वश्रेष्ठ सम्मानित पुरस्कार जैसे अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार आदि से नवाजी जा चुकी है ओर तो ओर मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्त्रीत्व को नई परिभाषा देकर अपने शौर्य बल से नए प्रतिमान गढ़ने वाली विश्व प्रसिद्ध मुक्केबाज श्रीमती एमसी मैरी कॉम 17 जून 2018 को वीरांगना सम्मान से विभूषित किया गया।
मैरी कॉम दो जुड़वे बच्चों की मां भी हैं, जिनका हौसला आज भी उतना है,वह भारत और दूसरे देशों में भी महिला शक्ति का आगाज करती है। मैरी कॉम पांच बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता (world Boxing Competition) की विजेता रह चुकी हैं। देश में जाने कितने लोगो की प्रेरणा बन गई है, लोग उनके हौसले की दात देते है
दिल्ली (New Delhi) में हुए इवेंट में 48 किलो भार वर्ग में मैरी कॉम के सामने यूक्रेन की हन्ना ओखोटा 22 साल की नौजवान बॉक्सर थी जिसे 5-0 से हराकर मेरी कॉम ने ये खिताब जीता है । मेरी कॉम ने 6 गोल्ड और एक सिल्वर जीता है , जब ये चैंपियनशिप 2001 में शुरू हुई थी तो मैरी ने सिल्वर मेडल (Silver medal) जीता था उसके बाद से लगातार मेरी कॉम ने 5 बार गोल्ड (Gold Medal) जीत चुकी हैं.
Video Credit : The Quint
इस अविश्वसनीय जीत के बाद मैरी कॉम ने कहा,"मैं उन तमाम लोगों का शुक्रिया करना चाहती हूं जो मेरे इस फाइनल मुकाबले को देखने और मुझे सपोर्ट करने यहाँ आये" । मेरे पास देश को देने के लिए इस गोल्ड मेडल के अलावा कुछ नहीं है ।
इस अविश्वसनीय जीत के बाद मैरी कॉम ने कहा,"मैं उन तमाम लोगों का शुक्रिया करना चाहती हूं जो मेरे इस फाइनल मुकाबले को देखने और मुझे सपोर्ट करने यहाँ आये" । मेरे पास देश को देने के लिए इस गोल्ड मेडल के अलावा कुछ नहीं है ।
मुझे उम्मीद है कि मैं अब 2020 के टोक्यो ओलंपिक्स (Tokyo Olympics ) में भी देश के लिए गोल्ड जीत पाउंगी.
7 Comments
जय हिंद
ReplyDeletethanks
DeleteWow.... Nice blog👍
ReplyDeleteDesh ki shaan
ReplyDeleteAmazing
ReplyDeleteReally
ReplyDeleteYes Bro
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